Tuesday, March 10, 2009


ये सड़क न इतनी गुमनाम होगी,
तेरे बगैर भी हर शाम होगी

यादो के सहारे ही बीतेगी ज़िन्दगी,
पर उसमे न तेरी याद होगी

धोखा था नज़रो में जान गया,
अब इसी धोखे पर ज़िन्दगी आबाद होगी

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