
नही दिया जिसने तावाजुफ्फ़ तेरी दोस्ती का,
वो क्या साथ निभाएगा अब तेरा
गम न करो उसके जाने का,
खुशी मनाओ की हुआ फ़िर सवेरा ....
ज़िन्दगी उसके बिन भी थी पहले और अब बिन उसके भी रहेगी अब
पर न वो बात रहेगी न वो अब उसकी कोई सौगात रहेगी अब
वो हमें भूल गए गए तो हम भी उन्हें भूल सकते है अब
बस उसकी दी चोट कसक बन साथ रहेगी अब
ज़िन्दगी उसके बिन भी थी पहले और अब बिन उसके भी रहेगी अब
पर न वो बात रहेगी न वो अब उसकी कोई सौगात रहेगी अब
वो हमें भूल गए गए तो हम भी उन्हें भूल सकते है अब
बस उसकी दी चोट कसक बन साथ रहेगी अब
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