
रात आती है उसकी सौगाद लाती है
फ़िर से दिल सीने में धड़कने लगता है
और फज्र होते-होते वो चुपके से मुस्कुराकर चली जाती है
ज़िन्दगी फ़िर से मेरी बस वही थम से जाती है
फ़िर से दिल सीने में धड़कने लगता है
और फज्र होते-होते वो चुपके से मुस्कुराकर चली जाती है
ज़िन्दगी फ़िर से मेरी बस वही थम से जाती है